जयपुर। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार में हुए कथित भ्रष्टाचार के विरुद्ध मंगलवार को यहां शहीद स्मारक पर एक दिवसीय ‘अनशन’ शुरू किया. शहीद स्मारक पर पहुंचने से पहले पायलट ने यहां 22 गोदाम सर्कल के समीप समाज सुधारक ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. पायलट अपने आवास से 22 गोदाम सर्कल पहुंचे और ज्योतिबा फुले को पुष्पांजलि अर्पित की. इसके बाद वह शहीद स्मारक के लिए रवाना हुए जहां बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद हैं. वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली पिछली भाजपा सरकार से जुड़े कथित भ्रष्टाचार के मामलों के खिलाफ अशोक गहलोत सरकार द्वारा कार्रवाई की मांग को लेकर पायलट ने एक दिवसीय उपवास पर बैठने की घोषणा की है.
पायलट के साथ उनके समर्थक भी मौजूद हैं. कांग्रेस आलाकमान कीनजर इस पर टिकी है. गहलोत कैंप की नजर भी पायलट के अनशन पर है. अनशन से कुछ घंटे पहले कांग्रेस के राज्य प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सचिन पायलट के आंदोलन को पार्टी विरोधी गतिविधि बताया. उन्होंने एक बयान में कहा, सचिन पायलट का मंगलवार दिन भर का उपवास पार्टी हितों के खिलाफ है और पार्टी विरोधी गतिविधि है. अगर उनकी अपनी सरकार के साथ कोई समस्या है, तो मीडिया और जनता के बजाय पार्टी मंचों पर चर्चा की जा सकती है.
रंधावा ने कहा, मैं पिछले 5 महीनों से एआईसीसी का प्रभारी हूं और पायलट ने कभी भी मेरे साथ इस मुद्दे पर चर्चा नहीं की. मैं उनके संपर्क में हूं और मैं अभी भी बातचीत की अपील करता हूं, क्योंकि वह कांग्रेस के लिए एक निर्विवाद संपत्ति हैं. कांग्रेस रविवार को पार्टी के दिग्गज नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में आ गई, जब उनके पूर्व डिप्टी पायलट ने दावा किया कि उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ किसी भी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की और विरोध स्वरूप 11 अप्रैल को दिवसीय उपवास की घोषणा कर दी.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में कहा, मुख्यमंत्री के रूप में गहलोत के साथ राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने बड़ी संख्या में योजनाएं लागू की हैं और कई नई पहल की हैं, जिसने लोगों को गहराई से प्रभावित किया है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा राज्य में पार्टी संगठन के समर्पण और दृढ़ संकल्प से संभव हुई एक उत्कृष्ट सफलता है.
इससे पहले गहलोत पर निशाना साधते हुए पायलट ने कहा, वसुंधरा सरकार में भ्रष्टाचार पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. हमने विपक्ष में रहते हुए वादा किया था कि जांच कराई जाएगी. चूंकि चुनाव में 6-7 महीने बाकी हैं, सवाल अगर गहलोत और राजे के बीच कोई गठबंधन था तो उठाया जा सकता था. यह साबित करने के लिए जल्द ही कार्रवाई करनी होगी कि ऐसा नहीं है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी यह महसूस करना चाहिए कि हमारी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है.